जमुई. बिहार में लॉकडाउन (Lockdown) का उल्लंघन करने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, लेकिन इन सबके बीच इस कानून की धज्जियां उड़ाने में सरकारी मुलाजिम और अधिकारी भी पीछे नहीं रह रहे. ताजा मामला जमुई (Jamui) से जुड़ा है, जहां ड्यूटी में तैनात एक दरोगा (SI) ने सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) और कानून का पाठ पढ़ाया तो बीडीओ (BDO) ने उसे पिस्टल दिखाते हुए औकात में रहने की नसीहत दे डाली.
बिहार के जमुई (चकाई) के बीडीओ
गाड़ी साइड करने को लेकर हुआ विवाद
शहर के कचहरी चौक पर तैनात एसआई ने चकाई बीडीओ की निजी कार को सड़क के किनारे लगाने को कहा था. बस इसी बात से बीडीओ साहब भड़क गए और एसआई विंध्याचल सिंह पर हनक दिखाते हुए उनको औकात में रहने तक की बात कह दी. यह मामला तब हुआ जब चकाई बीडीओ ने अपनी एसयूवी कार को शहर के कचहरी चौक पर बीच सड़क पर लगा दिया था. तब ड्यूटी पर तैनात दरोगा ने कार को किनारे खड़ा करने का आग्रह किया था. इस बात की शिकायत ड्यूटी पर तैनात एसआई ने मौखिक रूप से जिले के पुलिस कप्तान से की है. वहीं मामला संज्ञान में आने के बाद जमुई के डीएम ने जांच की बात कही है.
गांधीगिरी के लिए जाने जाते हैं एसआई
सुबह की शिफ्ट में एसआई विंध्याचल सिंह अपने सहयोगी पुलिसबल के साथ तैनात थे. गुरुवार की सुबह चकाई बीडीओ सुनील चांद अपनी एसयूवी कार से वहां पहुंचे थे. लॉकडाउन का पालन न करने वाले और बगैर मास्क लगाकर सड़क पर निकलने वाले लोगों पर बगैर डंडा चलाए आग्रह कर एसआई विंध्याचल सिंह शहर के कई लोगों की पसंद बन चुके हैं और वो गांधीगिरी के लिए जाने जाते हैं लेकिन चकाई बीडीओ को जब इस एसआई ने कार को सड़क के किनारे लगाने को कहा तब वे भड़क गए.
बीडीओ की गाड़ी में सवार थे चार-पांच लोग
एसआई विंध्याचल सिंह ने बताया कि कोरोनाबंदी में भी चकाई बीडीओ साहब की निजी एसयूवी कार में चार-पांच लोग सवार थे. जब मैंने उन्हें कार को किनारे लगाने को कहा गया तो वे भड़क गए और कमर में लगी पिस्टस को दिखाते हुए औकात में रहने और देख लेने की बात कहकर धमकाया. एसआई विंधायचल सिंह ने यह भी बताया कि बीडीओ साहब की कमर में उनका लाइसेंसी रिवाल्वर भी था. इस मामले में एसआई ने एसपी डा इनामुल हक मैग्नु से मिलकर मौखिक रूप से जानकारी दे दी है, लेकिन अभी कोई लिखित आवेदन नहीं दिया गया है.
आरोपी बीडीओ ने दी सफाई
इस मामले में चकाई बीडीओ सुनील ने बताया कि ड्यूटी पर तैनात एसआई जानबूझकर मुझे टारगेट करते हैं और अक्सर मेरी कार को रोक कर टोकते हैं और कहते हैं कि लॉकडाउन में कार में तीन से चार लोग क्यों बैठे हैं. बीडीओ ने कहा कि मेरे पास लाइसेंसी रिवाल्वर है. चकाई नक्सली इलाका है और मैं वहां का प्रखंड विकास पदाधिकारी हूं, इसलिए उसे लेकर ही चलना पड़ता है. कोरोनाबंदी में ड्यूटी दे रहे एसआई को बीडीओ द्वारा धमकाने के मामले में जमुई के डीएम धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि यह मामला संज्ञान में आया है और इसमें जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.