वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (Pandemic Coronavirus) की चपेट में इस वक्त पूरा देश है. प्रदेश में भी लगातार संक्रमितों के मामले बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश के लोकतंत्र सेनानी भी इस संकट के समय में योगी सरकार (Yogi Government) का साथ देने सामने आए हैं. लोकतंत्र सेनानियों ने उनको मिलने वाली सम्मान राशि में से एक-एक हजार रुपये मुख्यमन्त्री रिलीफ़ फण्ड (Chief Minister Relief Fund) में देने का ऐलान किया है. गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के मुख्यमंत्रित्व काल में शुरू हुई लोकतंत्र सम्मान राशि को वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने प्रदेश के लोकतंत्र सेनानियों की सम्मान राशि को बढ़ाकर 20 हजार रुपए प्रतिमाह किया था.
प्रदेश में 6032 लोकतंत्र सेनानी
लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति के संरक्षक और विधान परिषद सदस्य यशवंत सिंह ने इस बारे ने News 18 को जानकारी देते हुए बताया कि सूबे के लोकतंत्र सेनानी कोरोना महामारी से लड़ने के लिए मुख्यमन्त्री रिलीफ़ फण्ड में इस महीने एक-एक हजार रुपए का योगदान करेंगे. इसके लिए जिलाधिकारियों से आग्रह किया जा रहा है कि वह सबको मिलने वाली सम्मान राशि से एक-एक हज़ार रुपया काटकर मुख्यमंत्री रिलीफ़ फण्ड में भेज दें. बता दें कि इस समय सूबे में कुल 6032 लोकतंत्र सेनानी हैं जो सम्मान राशि पा रहे हैं. इसमें 5054 वे हैं जो आपातकाल का विरोधकर खुद जेल में रहे हैं. शेष 578 जेल में बंद रहे लोकतंत्र सेनानियों की पत्नियां हैं.कोरोना महामारी को लेकर लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति की एक आनलाइन बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष रामसेवक यादव ने और संचालन संयोजक धीरेन्द्र नाथ श्रीवास्तव ने की. बैठक में विभिन्न जिलों के लोकतंत्र सेनानी शामिल हुए. ऑनलाइन हुई इस बैठक में लोकतंत्र सेनानी समिति के संरक्षक यशवंत सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए हम सभी सेनानियों को कम से कम एक-एक हज़ार रुपए का सहयोग मुख्यमन्त्री रिलीफ़ फण्ड में करना चाहिए. सभी साथियों ने उनके प्रस्ताव को स्वीकार किया और कहा कि इस माह एक-एक हज़ार रुपए का योगदान किया जाएगा. इसके लिए जिलाधिकारियों से सम्पर्क कर कहा जाएगा कि वह सभी की सम्मान राशि से एक-एक हज़ार रुपया काटकर मुख्यमन्त्री रिलीफ़ फण्ड में भेज दें. बैठक में मुख्यमन्त्री योगी श्री आदित्य नाथ के पिता श्री आनन्द सिंह बिष्ट के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि भी दी गई.