मंगलवार, 21 अप्रैल 2020

पुलिस की अंधाधुन पिटाई से किसान की मौत

जबलपुर । पुलिस की बर्बर पिटाई का शिकार हुए किसान बंशीलाल कुशवाहा (52) निवासी तिलहरी की सोमवार को सिटी हॉस्पिटल नागरथ चौक में मौत हो गई। किसान बंसीलाल कुशवाहा के साथ पुलिसिया प्रताड़ना की वारदात 16 अप्रैल की शाम को सामने आयी थी। जानकारी के मुताबिक जब 50 वर्षीय किसान बंशी कुशवाह अपने खेतों को पानी देकर घर लौट रहे थे, तब पुलिस ने उन पर हमला किया।

दोपहर 2.30 बजे मृतक के स्वजन कुछ लोगों सहित गोराबाजार थाने पहुंचे और किसान से मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध नामजद हत्या का मामला दर्ज कर कार्रवाई करने और मुआवजा देने की मांग करने लगे। एसपी ने मामले में गोराबाजार थाने के एक एसएसआई सहित 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया, वहीं सीएसपी कैंट अखिल वर्मा को घटना की जांच सौंपी गई है।मृतक के भाई विष्णु कुशवाहा ने बताया कि वो तिलहरी में शासकीय स्कूल के पास रहते हैं। उनका खेत भी घर के पीछे से लगा हुआ है। गुरुवार रात करीब 8.30 बजे बड़े भाई बंशीलाल शाम से लापता गाय को खोजने घर से निकले थे। वो खेत के आस-पास घूमते हुए गाय को खोजते रहे और करीब एक घंटे बाद लौटकर घर आ रहे थे। उन्हें खेत से निकलते ही एक जीप व सफेद रंग के दुपहिया वाहन से आए 7-8 पुलिसकर्मियों ने रोक लिया।बड़े भाई ने खेत से आने का कारण गाय खोजना बताया। फिर पुलिस ने भैया से पूछा कि जुआ कहां चल रहा है? जिसकी जानकारी नहीं होने से वह जवाब नहीं दे पाए। तब पुलिसकर्मियों ने उन्हें डंडों से पीटना शुरू कर दिया। उनकी चींखें सुनकर पास के घरों से लोग बाहर निकल आए, लेकिन पुलिसकर्मियों का किसी ने विरोध नहीं किया। इससे पुलिसकर्मी खुलेआम भैया को पीटते रहे और तब तक मारा जब तक वे बेहोश नहीं हो गए


इतना पीटा कि खून की उल्टियां होने लगीं

विष्णु के मुताबिक घायल बंशीलाल को मौके से उठाकर घर ले गए और रात में वहीं रखा। दूसरे दिन सुबह से उन्हें हाथ-पैर, पुठ्ठों और कमर के नीचे आई चोटों से बहुत दर्द होने के साथ ही खून निकलना शुरू हो गया। लॉकडाउन होने से वो घर से निकला और दवाइयां ले आया। बड़े भाई को दर्द निवारक दवाओं से कुछ आराम लगा, लेकिन शनिवार को सुबह से दर्द से परेशान रहे।

दोपहर तीन बजे बंशीलाल जमीन पर गिरे और खून की उल्टियां करने लगे। तब वो पड़ोसी के मालवाहक ऑटो में उन्हें लेकर सीधे सिटी अस्पताल पहुंचे। लेकिन रविवार-सोमवार की रात करीब 3.30 बजे उनकी मौत हो गई। मृतक के परिवार में पत्नी पूनम (45) और बेटे गनेश (16) व साहिल (14) हैं।


इनको किया निलंबित

एसपी के निर्देश पर गोराबाजार थाना में पदस्थ एएसआई आलोक सिंह, प्रधान आरक्षक मुकेश कटारिया और आरक्षक राकेश सिंह, गुड्डू सिंह, आशुतोष, ब्रजेश सिंह को निलंबित कर दिया गया है।


पुलिस कर्मियों और अधिकारियों पर मर्डर का मामला दर्ज करने की मांग, ज्ञापन सौंपे : तुलसीराम कुशवाहा 

ये बंशी लाल कुशवाहा उम्र 51 वर्ष ग्राम तिलहरी जबलपुर के निवासी थे ग्राम तिलहरी में ही इनकी घर पीछे जमीन है कृषि कार्य करते थे एक गाय भी पाली हुई थी तीन दिन से गाय घर में नहीं आई थी तो गाय को ढूंढने गए थे पुलिस ने इनसे पूछा तो उन्होंने बताया कि गाय देखने आए है पुलिस के रूप जल्लाद थे उन्होंने एक न सुनी बहुत बर्बर तरीके से मारा और छोड़कर भाग गए कुछ लोग उन्हें उठाकर लाए 100 डायल किया पर पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया वहीं पास के ही डॉक्टर से इलाज कराया 17/04/2020 को तबीयत ज्यादा खराब होने से सिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया रविवार दिनांक 19/042020 को रात्रि 3:00 सिटी हॉस्पिटल में ही उनकी मौत हो गई। मोदीजी और शिवराज कहते है को कृषि कार्य की छूट है और पुलिस यहां अन्न दाताओ पर मौत का तांडव मचा रही है । अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा जबलपुर पुलिस द्वारा किए गए इस जघन्य अपराध घोर भर्त्सना करती है और इस कृत्य में शामिल सभी पुलिस कर्मियों और अधिकारियों पर मर्डर का मामला दर्ज करने की मांग करती है और सभी कुशवाहा बंधुओं एवम कुशवाहा समाज के संगठनों को निर्देश देती है अपने अपने क्षेत्र के थानों में इस बाबत ज्ञापन दे। कार्यवा ही न होने पर आगे आंदोलन की रूपरेखा तय की जाए गी एवम जानकारी भी दी जायेगी ।




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